गरीबी से निराशा.....
और बीमारियों के कारण टूटी हुई जीवन कि आशा......।
- आत्महत्या की कापुरुषता के लिए उकसाती है। इन प्रयाशों में मनोबल का अभाव ही कारण है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ मनोबल का कि अभाव है कभी कभी प्रमुख कारण " प्रतिशोध की भावना " भी है।
इसका एक यह भी प्रमाण है कि आत्महत्या करने वाली बहुओ में से ७०% अपने ससुराल में ही आत्महत्या कर लेती है। इसका कारण वह है कि आज कल जहा बहू को दूसरे के घर से आयी हुई लड़की और " मुफ्त कि नौकरानी " समझती है और बहू भी सास को माँ के स्थान पर प्रतिष्ठान नहीं कर पाती है।
एक दूसरे कि अपेक्षाएं पूर्ण न होने से उत्पन्न होता है --- " गृह-कलह "
परिवार का एक अलग वातावरण बन जाता है।
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