Sunday 13 February 2022

स्वस्थ दृष्टिकोण ....

परिस्थितियों से  हतासा ......,

गरीबी से निराशा.....

 और बीमारियों के कारण टूटी हुई जीवन कि आशा......। 

  •     आत्महत्या की कापुरुषता के लिए उकसाती है। इन प्रयाशों में मनोबल का अभाव ही कारण है।  ऐसा नहीं है कि सिर्फ मनोबल का कि अभाव है कभी कभी प्रमुख कारण " प्रतिशोध की भावना " भी है। 

इसका एक यह भी प्रमाण है कि आत्महत्या करने वाली बहुओ में से ७०% अपने ससुराल में ही आत्महत्या कर लेती है।  इसका कारण वह है कि आज कल जहा बहू को दूसरे के घर से आयी हुई लड़की और " मुफ्त कि नौकरानी " समझती है और बहू भी सास को माँ के स्थान पर प्रतिष्ठान नहीं कर पाती है। 

एक दूसरे कि अपेक्षाएं पूर्ण न होने से उत्पन्न होता है --- " गृह-कलह "

परिवार  का एक अलग वातावरण बन जाता है। 








No comments:

Post a Comment

If you have any doubt , please let me know .

आत्मस्वरूप....?

 आज इस भागम -भाग ज़िंदगी में हमारा आत्मस्वरूप का अंत हो रहा है ये एक दिन में होने वाली घटना नहीं है ये निरन्तर हमारे द्वारा किये गए कार्य का ...

7